राहुल गांधी ने विधान सभा में ली सविंधान की शपथ
लोकतंत्र, सच्चाई, और सेवा: राहुल गांधी का सविंधान के प्रति संकल्प
राहुल गांधी ने विधान सभा के सदस्य के रूप में शपथ ली, जिसमें उन्होंने संविधान के प्रति अपनी सच्ची श्रद्धा और निष्ठा व्यक्त की। शपथ लेते समय राहुल गांधी ने कहा, “मैं सत्यनिष्ठा से प्रतिज्ञान करता हूँ कि मैं विधि द्वारा स्थापित भारत के संविधान के प्रति सच्ची श्रद्धा और निष्ठा रखूँगा, मैं भारत की प्रभुता और अखंडता अक्षुण्ण रखूँगा, तथा मैं जिस दायित्व को ग्रहण करने वाला हूं, उसका निष्ठापूर्वक निर्वहन करूंगा। जय हिंद, जय संवाद।”
जब राहुल गांधी शपथ लेने के लिए मंच पर जा रहे थे, तब पूरी विधानसभा “भारत जोड़ो” के नारों से गूंज उठी। इस अवसर पर उन्हें खूब तालियों से स्वागत किया गया, जिससे वहां मौजूद सभी लोगों की भावनाएं उभर आईं।
राहुल गांधी के शपथ ग्रहण का यह क्षण लोकतंत्र और संविधान के प्रति उनके समर्पण का प्रतीक है। उनकी प्रतिबद्धता और सेवा भावना ने सभी को प्रेरित किया और विधानसभा के सदस्यों और उपस्थित लोगों में नया जोश भर दिया।
राहुल गांधी ने लोक सभा के सदस्य निर्वाचित होने के पश्चात भी संविधान के प्रति अपनी निष्ठा को प्राथमिकता दी है। उनका यह संकल्प भारत की प्रभुता और अखंडता को अक्षुण्ण रखने का है, और उन्होंने अपने दायित्व का निष्ठापूर्वक निर्वहन करने का वचन दिया है।
भारत जोड़ो अभियान के नारों से गूंजती विधानसभा में राहुल गांधी का स्वागत इस बात का प्रमाण है कि वे जनता के बीच कितने लोकप्रिय और प्रभावशाली नेता हैं। उनकी उपस्थिति ने वहां एक नई ऊर्जा और उत्साह का संचार किया, जो देश के उज्जवल भविष्य की ओर संकेत करता है।